मिस-सेलिंग कई तरह की हो सकती है. ये गलत जानकारी के आधार पर तैयार हुआ गलत कॉन्ट्रैक्ट हो सकती है. कई दफा मैच्योरिटी वैल्यू गलत बताई जाती है.